Tuesday, January 14, 2020
Thursday, March 21, 2019
Posted by Kulldeep B. on 9:48 PM with No comments
नमस्कार दोस्तों,
सबसे पहले आप सभी को होली २०१९ की राम राम, में आज आपके बिच वापस आ गया हूँ थोडा अन्तराल हो गया क्योकि में कुछ दुसरे कामो में व्यताता के कारण आपके बिच नहीं आ पाया था
आज हम भारतीय राजनीती का एक सच .....के बारे चर्चा करेंगे,
अभी कुछ ही दिनों पहले में भारत की राजधानी एवं राजनीती का गढ़ कहे जाने वाले शहर दिल्ली में था
जहा जाके मेने देखा की जो विधायक संसद एक सामान्य जनता से मिलने के लिए ऐसा प्रतीत करते है की जनसेवक नहीं बल्कि किसी अन्तराष्ट्रीय कंपनी के मालिक हो.
वो ही विधायक एवं संसद दिल्ली में बड़े नेता की सामने होटल के वेटर की तरह घूमते दीखते है
और ऐसे बिलबिलाते है जैसे उनको कई दिनों से कुछ खाने को नहीं मिला हो और और वो बड़े नेता अब उहे रोटी डालेंगे जिससे उन्हें जीवन जीने के लिए कुछ समय मिलेगा
तो ये एक बहुत बड़ा सच है की हम उन बड़े नेता के सामने जाने हिचकिचाए नहीं बल्कि ऐसे जाये की उन्हें हमारी जरूरत है नाकि हमें
हमारा काम करना उनकी जिम्मेदारी ही नहीं बल्कि उनका परम कर्त्तव्य है,
सबसे पहले आप सभी को होली २०१९ की राम राम, में आज आपके बिच वापस आ गया हूँ थोडा अन्तराल हो गया क्योकि में कुछ दुसरे कामो में व्यताता के कारण आपके बिच नहीं आ पाया था
आज हम भारतीय राजनीती का एक सच .....के बारे चर्चा करेंगे,
अभी कुछ ही दिनों पहले में भारत की राजधानी एवं राजनीती का गढ़ कहे जाने वाले शहर दिल्ली में था
जहा जाके मेने देखा की जो विधायक संसद एक सामान्य जनता से मिलने के लिए ऐसा प्रतीत करते है की जनसेवक नहीं बल्कि किसी अन्तराष्ट्रीय कंपनी के मालिक हो.
वो ही विधायक एवं संसद दिल्ली में बड़े नेता की सामने होटल के वेटर की तरह घूमते दीखते है
और ऐसे बिलबिलाते है जैसे उनको कई दिनों से कुछ खाने को नहीं मिला हो और और वो बड़े नेता अब उहे रोटी डालेंगे जिससे उन्हें जीवन जीने के लिए कुछ समय मिलेगा
तो ये एक बहुत बड़ा सच है की हम उन बड़े नेता के सामने जाने हिचकिचाए नहीं बल्कि ऐसे जाये की उन्हें हमारी जरूरत है नाकि हमें
हमारा काम करना उनकी जिम्मेदारी ही नहीं बल्कि उनका परम कर्त्तव्य है,
Sunday, July 3, 2016
Saturday, July 2, 2016
Posted by Kulldeep B. on 10:48 PM with No comments
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